अधिक्तर पेड़ो के तने बेलनाकार (गोलाकार) क्यों होते हैं ? - गज़ब साइंस

Thursday, December 5, 2019

अधिक्तर पेड़ो के तने बेलनाकार (गोलाकार) क्यों होते हैं ?



अधिक्तर पेड़ो के तने बेलनाकार (गोलाकार) क्यों होते हैं ?



आप सभी ने अपनी जिन्दगी में पेड़ो को देखा ही होगा| उन पेड़ो के तने को गौर से देखिये| क्या आप बता सकते हैं की इन तनो का आकर गोलाकार क्यों होता हैं? नहीं!
तो चलिए जानते हैं|

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1. तने का गोलाकार होने का कारण:-


  वैसे तो हम सभी ने छोटी क्लासो में पढ़ा ही हैं कि पेड़-पोधे छोटी-छोटी कोशिकाओ के बने होते हैं| कोशिका की खोज रॉबर्ट हुक ने सन 1665 में की थी| ये कोशिकाए अलग-अलग प्रकार से आपस में जुडी होती हैं| जैसे सर्पिल (सांप जैसी आकृति), कुंडलीदार (गोल-गोल छल्ले के आकर के) या गोलाकार आदि|

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TREE LOG


  पौधो की आकृति कुछ अंश तक कोशिकाओं की आकृति पर और कुछ-कुछ इन के क्रम विन्यास (कोशिकों के क्रम अनुसार) पर निर्भर करती हैं| कोशिकाए मिलकर उत्तक बनाते हैं| इन्ही में से एक संचार होता हैं| जो पौधो के तने में पाया जाता हैं| यह संचार उत्तक जाइलम व फ्लोयम की संकरी नालियों से युक्त होते हैं|

    जाइलम का काम पौधे में जल व खनिज लवणों को पहुचाने का कार्य  करता हैं| इसलिए ये तने के भीतर होता हैं| समय के साथ-साथ यह उत्तक मृत होता जाता हैं तथा तने को एक काष्टीय (लकड़ी) बना देता हैं|

xylem and phloem
xylem and phloem


फ्लोयम खाद्य पदार्थ (भोजन) को पौधे के विभिन्न भागों तक पहुचाने का कार्य करता हैं| इसलिए यह जाइलम के चारो ओर गोलाकार (बेलनाकार) आकर में वृध्दि करता हैं तथा बाहर की कोशिका भीत्ति (दीवार/छाल) का निर्माण करता हैं|
क्योंकी तना परत-दर-परत बाहर की त्रिज्यीय (गोलाकार) रूप में बढता हैं| इसी कारण तना बेलनाकार (गोलाकार) रूप धारण कर लेता हैं|

2. क्या गोलाकार के आलावा अन्य आकार के तने होते हैं?


    हाँ! होते हैं| जरुरी नही हैं कि सभी पेड़-पौधे के तने गोलाकार हो| जैसे घास के पौधे का तना तिकोना होता हैं| तो तुलसी और अन्य पौधो का तना चौकोर होता हैं|
 
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